विवाह में विलंब/बाधा/रुकावट हटाने के उपाय
- शीघ्र विवाह हेतु अपनी सहेली अथवा रिश्तेदार द्वारा शादी में पहना गया जोड़ा कुछ देर के लिए पहन लें|
- गुरुवार के दिन अनार के पौधे की पूजा करें तथा उसका पुष्प शिव जी को अर्पित करें|
- गुरुवार अथवा शुक्रवार को केले की जड़ पीले कपड़े में बांध लें तथा ताबीज बनाकर धारण करें|
- युवक/युवती स्नान के जल में चुटकी भर हल्दी अथवा केसर मिलाकर स्नान करें| ऐसा करने से विवाह में आ रही बाधाएँ दूर होती हैं|
- 12 सौ ग्राम चने की दाल और सवा लीटर कच्चा दूध सोमवार के दिन दान करें|
- विवाह योग्य लड़की किसी अन्य लड़की की मेंहदी के अवसर पर जाए तो दुल्हन के हाथों से अपने हाथों पर थोड़ी सी मेंहदी लगवा ले|
- पूर्णिमा के दिन वट वृक्ष की 108 परिक्रमा करें|
- विवाह में रुकावट आ रही हो तो शुक्रवार की रात आठ छुहारे उबाल लें तथा पानी सहित सिरहाने रखकर शयन करें| अगली सुबह उसे बहते हुए जल में बहा दें| इससे विवाह संबंधी बाधाएँ दूर होती हैं|
- कन्या विवाह की कामना करते हुए गणेश जी को मालपूए का भोग लगाए तथा लड़के की शादी नही हो पा रही हो तो वह पीले रंग का मिष्ठान्न गणेश जी को अर्पित करे|
- मांगलिक दोष के कारण विवाह में अड़चन आ रही हो तो मंगलवार के दिन चंडिका स्तोत्र का पाठ तथा शनिवार को सुंदर कांड का पाठ करें| इसके अलावा चांदी का वर्गाकार टुकड़ा सदैव अपने पास रखें|
- सूर्य के कारण विवाह में विलंब हो रहा हो तो रिश्ते की बात चलाने के लिए अथवा प्रस्ताव पर चर्चा करने के लिए जाते समय गुड़ खाकर पानी पी लें| लड़का/लड़की की माँ को गुड़ खाना छोड़ दें| इसके अलावा नित्य उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दें व ‘ॐ सूर्याय नमः’ मंत्र का जाप करें| सूर्य दोष होने पर तांबे का वर्गाकार टुकड़ा भूमि में दबा दें|
- यदि शनि के कारण विवाह में विलंब हो रहा हो, तो शनिवार के दिन शिवजी को कला तिल अर्पित करें|
- विवाह में विलंब का कारण राहू हो तो शनिवार के दिन बहते हुए जल में एक नारियल प्रवाहित कर दें|
- आठ की संख्या में मीठी रोटियाँ बनाए जो सिर्फ एक ओर से सिंकी हो हों, तथा उसे भूरे रंग के श्वान को खिला दें|
- रिश्ते की बात चलने पर जब भी लड़का-लड़की को मिलवाया जाए उन्हें दक्षिण दिशा में बिठाएँ|
- विवाह उम्र के लड़का/लड़की के बिस्तर के नीचे गंदगी अथवा कबाड़ न रखें|
- गुरुवार के दिन गाय को दो रोटी के ऊपर गुड़ रख कर खिलाएँ|
- शुक्रवार के दिन सफ़ेद तथा गुरुवारा के दिन पीला वस्त्र धारण करें|
- विवाह योग्य लड़की सफ़ेद खरगोश पालकर उसे आपने हाथों से खिलाए|
- शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से लेकर 45 दिनों तक यह उपाय करें| इस दिन खीर बनाकर उसमे तुलसी का पत्ता डालें व उदित चन्द्र को अर्पित करें| 45 दिन के पश्चात किसी एक कन्या को भोजन करवाएँ, नूतन वस्त्र व मेंहदी दान करें|
No comments:
Post a Comment